भगवद्गीता महाभारत के भीष्म पर्व में शामिल एक पवित्र ग्रंथ है, जो भगवान श्रीकृष्ण और अर्जुन के बीच कुरुक्षेत्र के युद्ध के मैदान में हुआ संवाद है। इसमें जीवन के गहरे आध्यात्मिक और नैतिक सिद्धांत बताए गए हैं। भगवद्गीता के 18 अध्यायों और 700 श्लोकों में कर्म, भक्ति, और ज्ञान का गहन विवरण मिलता है। श्रीकृष्ण अर्जुन को सिखाते हैं कि मनुष्य को अपने कर्तव्य का पालन करते हुए निष्काम भाव से कर्म करना चाहिए और फल की चिंता नहीं करनी चाहिए। गीता में आत्मा और शरीर का अंतर, जीवन का उद्देश्य, और मोक्ष का मार्ग समझाया गया है। यह ग्रंथ मानव जीवन के हर पहलू को छूता है और हमें संघर्षों में धैर्य और सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। भगवद्गीता न केवल एक धार्मिक ग्रंथ है, बल्कि यह जीवन जीने की कला भी सिखाती है।


Ritik –
No word to describle the apar mahima of Srimad Bhagavad Gita
Kuldeep –
I like shrimadbhagwad-gita
jainjatin671 (verified owner) –
I really like shrimad bhagvad gita ????????????????
Kanchan kumari –
Best book
Kanchan kumari –
Best book in my life
PARDEEP SHARMA –
Perfect and complete…there’s nothing better than this in life..JAI SHREE KRISHNA
Jaydeep –
The best book in my life that i ever read the real meaning of life
APOORVA SHARMA (verified owner) –
Such a great packaging, Thank you so much
Hare Krishna
Mathuresa Hari Das (verified owner) –
Thank you for your valuable feedback.